आजमगढ़। नीलगाय, जंगली जानवरों और निराश्रित पशुओं से फसल का नुकसान को लेकर किसान अधिक परेशान होते हैं।ये पशु सभी फसल को अत्यंत हानि पहुंचाते हैं। जिले में दलहनी फसलों, सब्जियों और मक्के आदि की फसलों को ज्यादा नुकसान होता है। जंगली जानवरों के प्रकोप से फसलों को बचाने के लिए एक प्रकार की नई तकनीकी है अजब-गजब झटका मशीन। जो छोटे किसान से लेकर बड़े किसानों के बजट में है।
This machine will save crops from nilgai and wild animals
यह मशीन बैटरी द्वारा संचालित होती है, जिसे किसान बिजली और सौर ऊर्जा से चार्ज कर सकते हैं।
जिले के कई किसान इस यंत्र का लाभ ले रहे हैं और इसके परिणाम से बहुत संतुष्ट हैं।
पांच से छह बीघा फसल के लिए मशीन के उपयोग को खेत के चारों तरफ दो लेयर में पतले तार से घेरेबंदी करनी होती है।
दोनों तार के छोर मशीन से जोड़ दिए जाते हैं।
यदि पशु खेत में जाने का प्रयास करेंगे, तो उन्हें डीसी करेंट का झटका लगेगा और खेत में नहीं जाएंगे।
यदि पशु तार को तोड़ देंगे, तो अलार्म बजने लगेगा और किसान को जानकारी हो जाएगी।
ब्लाक पल्हनी के आजमपुर निवासी किसान राजेश मौर्य, ब्लाक कोयलसा के गौरा निवासी भूपेंद्र सिंह और ब्लाक बिलरियागंज के श्रीनगर निवासी विपिन राय ने अपने अनुभव साझा किए।
उन्होंने बताया कि सब्जी की खेती की रात में रखवाली के बाद भी नीलगाय खा गईं। कृषि विज्ञान केंद्र कोटवा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. रुद्र प्रताप सिंह ने अजब-गजब मशीन के बारे में जानकारी दी। मशीन लगने के बाद कोई जंगली जानवर फसल के पास भी नहीं आ रहा।